छत्तीसगढ़ राज्य में मेडिकोलीगल संस्थान की जानकारी :
राज्य के विभिन्न जिलों से प्राप्त जटिल, संदिग्ध एवं विवादित किंतु संदर्भित मेडिकोलीगल प्रकरणों में विशेषज्ञ अभिमत प्रदान करना ।
संदर्भित किए गये शवों का शव परीक्षण कर विशेषज्ञ अभिमत प्रदान करना ।
संदिग्ध घटनास्थल का निरीक्षण करना एवं अप्राकृतिक तथा संदिग्ध मृत्यु के कारणों का पता लगाना, अपराध की पुनर्रचना एवं अनुसंधानात्मक विश्लेषण करना ।
पुलिस विभाग के अधिकारियों, न्यायाधीशों एवं स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों को मेडिकोलीगल प्रशिक्षण देना।
न्यायपालिका, कार्यपालिका, स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस विभाग के मध्य अत्यंत निकट का सामंजस्य बनाते हुए मेडिकोलीगल प्रकरणों में उपयुक्त परामर्श देना ।
विभिन्न प्रयोगशालाओं में अनुसंधानात्मक कार्य करना, जिनमें प्रमुख रूप से डायटम परीक्षण, हिस्टोपैथोलॉजी, एंटोमोलॉजी, एंथ्रोपोलॉजी प्रयोगशालाएं शामिल हैं।
यौन परीक्षण, चोटों का परीक्षण, उम्र निर्धारण करने संबंधी विशेषज्ञ अभिमत प्रदान करना।
संचालनालय मेडिकोलीगल संस्थान द्वारा प्रदेश के विभिन्न जिलों से प्राप्त जटिल, संदिग्ध एवं विवादित किंतु संदर्भित मेडिकोलीगल प्रकरणों में विशेषज्ञ अभिमत प्रदान कर प्रकरणों का निराकरण किया जा रहा है, फलस्वरूप पीड़ित पक्ष को न्याय प्राप्त करने में मदद मिलेगी। मेडिकोलीगल संस्थान के पास शव परीक्षण कक्ष नहीं होने के कारण शव परीक्षण कर विशेषज्ञ अभिमत दिया जाना संभव नहीं हो पा रहा है।
संचालनालय मेडिकोलीगल संस्थान के एक अधिकारी द्वारा राज्य न्यायालयिक विज्ञान प्रयोगशाला रायपुर में जाकर डायटम परीक्षण के प्रकरणों निराकरण किया गया।
संदिग्ध घटनास्थल का निरीक्षण कर अप्राकृतिक तथा संदिग्ध मृत्यु के कारणों का पता लगाने संबंधी कार्य किया जा रहा है।
प्रदेश के विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों के अधीन फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के अभिमत मेडिको लीगल प्रकरणों में विवादित एवं विरोधाभास होने पर प्रकरण मेडिकोलीगल संस्थान को प्राप्त होते हैं एवं इन प्रकरणों पर मेडिकोलीगल संस्थान द्वारा विशेषज्ञ अभिमत दिया जा रहा है।
मेडिकोलीगल संस्थान के अधिकारी संसाधनों के अभाव में कार्य कर रहे हैं। मेडिकोलीगल संस्थान को विकसित करने की आवश्यकता है।